अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। योग दिवस (yoga day) ने सम्पूर्ण विश्व को एक भारतीय परम्पर से जोड़ दिया है। योग जो सनातन धर्म (हिन्दू धर्म) का अभिन अंग है। योग संस्कृत भाषा से लिया गया है। जिसका अर्थ जोड़ना, एकजुट होने से है। योग स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक क्रिया के साथ आध्यात्मिक क्रिया हैं। इसमें ईश्वर से सम्बन्ध बनाने वाली एक व्यायाम की किया है। योग न केवल शरीर को स्वस्थ करता है अपितु मन को स्वच्छ और शांत करता है। चित को परमात्मा में लगा देना योग है।
भगवान श्री कृष्ण ने गीता में योग के बारे में मर्म ज्ञान दिया है। इसलिए श्री कृष्ण को योगेश्वर कहा जाता है। गीता में कर्मयोग, ज्ञानयोग, भक्तियोग का मर्म ज्ञान है।
(भर्तृहरिकृत – वैराग्यशतक, श्लोक ७९)
श्लोक का अर्थ : जबतक यह शरीर रोगरहित है, जब तक वृद्धावस्था दूर है, जब तक सभी इन्द्रियों में शक्ति विद्यमान है और आयु शेष है, तभी एक बुद्धिमान् व्यक्ति को चाहिए कि अपने कल्याण के लिए महान् पुरुषार्थ करे, अन्यथा जैसे घर में आग लग जाने पर कुआं खोदने से कोई लाभ नहीं होता वैसे मृत्यु काल में कुछ भी नहीं हो सकेगा।
अतः योग व सनातन धर्म का नियमित अध्यन व अभ्यास करना चाहिए।